• Home
  • त्योहार
  • देवउत्थान एकादशी के शुभ मुहूर्त की जानकारी
Image

देवउत्थान एकादशी के शुभ मुहूर्त की जानकारी

देवउत्थान एकादशी इस धार्मिक मंच पर आपका स्वागत है। साल में पड़ने वाली 24 एकादशियों में से देवउत्थान एकादशी या प्रबोधिनी एकादशी का हिंदू संस्कृति में विशेष महत्व है। इस दिन से ही भगवान विष्णु जागृत अवस्था में आते हैं। पंचांग के अनुसार यह एकादशी कार्तिक माह में शुक्ल पक्ष के ग्यारहवें दिन पड़ती है। यह दिन चातुर्मास यानि की चार माह की अवधि का समापन भी होता है जो कि भगवान विष्णु की शयन अवधि मानी जाती हैं।

देवोत्थान एकादशी
देवोत्थान एकादशी


इस लेख में हम ये जानेंगे?

* वर्ष 2023 में देवउत्थान एकादशी कब है? * देवउत्थान एकादशी के अन्य शुभ मुहूर्त

वर्ष 2023 में देवउत्थान एकादशी कब है?

* देवउत्थान एकादशी व्रत 23 नवंबर 2023, बृहस्पतिवार को किया जायेगा।

* 24 नवम्बर को पारण करने का समय सुबह 06 बजकर 21 मिनट से 08 बजकर 30 मिनट तक रहेगा। पारण तिथि के दिन द्वादशी समाप्त होने का समय शाम 07 बजकर 06 मिनट होगा। * एकादशी तिथि 22 नवम्बर की रात 11 बजकर 03 मिनट पर प्रारंभ होगी एकादशी तिथि का समापन 23 नवम्बर को रात 09 बजकर 01 मिनट पर होगा।

देवउत्थान एकादशी 23 नवंबर, बृहस्पतिवार (कार्तिक शुक्ल एकादशी)
पारण समय- 24 नवंबर, 06:21 AM से 08:30 AM तक
पारण तिथि के दिन द्वादशी समाप्त होने का समय 07:06 PM
एकादशी तिथि प्रारम्भ 22 नवम्बर 2023 को 11:03 PM पर
एकादशी तिथि समाप्त- 23 नवम्बर 2023 को 09:01 PM पर

चलिए अब जानते हैं देवउत्थान एकादशी के शुभ मुहूर्त

इस दिन ब्रह्म मुहूर्त प्रातः 04 बजकर 35 मिनट से प्रातः 05 बजकर 28 मिनट तक रहेगा।

प्रातः सन्ध्या मुहूर्त प्रातः 05 बजकर 01 मिनट से सुबह 06 बजकर 20 मिनट तक होगा।

इस दिन अभिजित मुहूर्त 11 बजकर 23 मिनट से 12 बजकर 06 मिनट तक रहेगा।

विजय मुहूर्त दिन में 01 बजकर 32 मिनट से 02 बजकर 15 मिनट तक रहेगा।

इस दिन गोधूलि मुहूर्त शाम में 05 बजकर 05 मिनट से 05 बजकर 32 मिनट तक रहेगा। सायाह सन्ध्या काल शाम में 05 बजकर 08 मिनट से 06 बजकर 27

मिनट तक रहेगा। अमृत काल दोपहर 12 बजकर 44 मिनट से 02 बजकर 15 मिनट तक रहेगा।

इस दिन दो विशेष योग भी बन रहे हैं-

सर्वार्थ सिद्धि योग शाम 05 बजकर 16 मिनट से 24 नवंबर 06 बजकर 21 मिनट तक रहेगा। • रवि योग सुबह 06 बजकर 20 मिनट से शाम 05 बजकर 16 मिनट तक रहेगा।

ब्रह्म मुहूर्त – 04:35 AM से 05:28 AM तक
प्रातः सन्ध्या- 05:01 AM से 06:20 AM तक
अभिजित मुहूर्त – 11:23 AM से 12:06 PM तक
विजय मुहूर्त – 01:32 PM से 02:15 PM तक
गोधूलि मुहूर्त – 05:05 PM से 05:32 PM तक
सायाह्न सन्ध्या 05:08 PM से 06:27 PM तक
अमृतकाल 12:44 AM से 02:15 AM तक

विशेष योग

सर्वार्थ सिद्धि योग – 05:16 PM से 24 नवंबर, 06:21 AM तक

रवि योग- 06:20 AM से 05:16 PM तक

हिंदू पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, भगवान विष्णु आषाढ़ महीने के शुक्ल पक्ष की एकादशी की पूर्व संध्या पर शयन काल में जाते हैं एवं देवउत्थान एकादशी की पूर्व संध्या पर जागृत होते हैं। ऐसा माना जाता है कि इन चार महीनों की अवधि के दौरान कोई शुभ कार्य नहीं किया जाता है। भगवान विष्णु के उठने के बाद से सभी मांगलिक कार्य पुनः प्रारंभ हो जाते हैं।

तो भक्तों, ये थी देवउत्थान एकादशी के शुभ मुहूर्त से जुड़ी जानकारी। हमारी कामना है कि आपको इस व्रत का संपूर्ण फल प्राप्त हो, सभी मनोकामनाएं पूर्ण हों, और आप पर भगवान विष्णु की कृपा सदैव बनी रहे।

ऐसे ही व्रत, त्यौहार व अन्य धार्मिक जानकारियों के लिए जुड़े रहिए

Releated Posts

कृष्ण जन्माष्टमी: आ रहे हैं यशोदा के लाल 2024

दर्शकों नमस्कार, वेद पुराण में आपका स्वागत है। | कृष्ण जन्माष्टमीः आ रहे हैं यशोदा के लाल |…

ByByवेद पुराणअगस्त 24, 2024

जन्माष्टमी विशेष भोग – 2024

जन्माष्टमी विशेष भोग: – जन्माष्टमी के दिन श्री कृष्ण को कुछ विशेष तरह के व्यंजन (भोग) चड़ाए जाते…

ByByवेद पुराणअगस्त 24, 2024

छठ पर्व क्यों मनाया जाता है और क्या है इसका महत्व

छठ पर्व प्राकृतिक सौंदर्य, पारिवारिक सुख-समृद्धी तथा मनोवांछित फल प्राप्त करने के लिए मनाए जाने वाला एक महत्वपूर्ण…

ByByवेद पुराणनवम्बर 16, 2023

भाई दूज तिलक विधि 2023

भाई दूज तिलक – भाई दूज के दिन सभी बहनें अपने भाई को भोज के लिए निमंत्रित करती…

ByByवेद पुराणनवम्बर 14, 2023

Leave a Reply

आपका ईमेल पता प्रकाशित नहीं किया जाएगा. आवश्यक फ़ील्ड चिह्नित हैं *

देवउत्थान एकादशी के शुभ मुहूर्त की जानकारी - वेद पुराण ज्ञान