सोमवार की आरती

आरती करत जनक कर जोरे |बड़े भाग्य रामजी घर आए मोरे || जीत स्वयंवर धनुष चढ़ाए |सब भूपन के गर्व मिटाए || तोरि पिनाक किए दुइ खंडा |रघुकुल हर्ष रावण मन शंका || आई सिय लिए संग सहेली |हरषि निरख वरमाला मेली || गज मोतियन के चौक पुराए |कनक कलश भरि मंगल गाए || कंचन … Read more

एकादशी माता की आरती

ॐ जय एकादशी, जय एकादशी,जय एकादशी माता।विष्णु पूजा व्रत को धारण कर,शक्ति मुक्ति पाता॥ ॐ जय एकादशी…॥ तेरे नाम गिनाऊं देवी,भक्ति प्रदान करनी।गण गौरव की देनी माता,शास्त्रों में वरनी॥ ॐ जय एकादशी…॥ मार्गशीर्ष के कृष्ण पक्ष की उत्पन्ना,विश्वतारनी जन्मी।शुक्ल पक्ष में हुई मोक्षदा,मुक्तिदाता बन आई॥ ॐ जय एकादशी…॥ पौष के कृष्ण पक्ष की,सफला नामक है।शुक्लपक्ष … Read more

श्री पितर आरती

जय जय पितर जी महाराज,मैं शरण पड़यो हूँ थारी। शरण पड़यो हूँ थारी बाबा,शरण पड़यो हूँ थारी॥आप ही रक्षक आप ही दाता,आप ही खेवनहार। मैं मूरख हूँ कछु नहीं जाणू,आप ही हो रखवारे॥ जय जय पितर जी महाराज। आप खड़े हैं हरदम हर घड़ी,करने मेरी रखवारी।हम सब जन हैं शरण आपकी,है ये अरज गुजारी॥ जय … Read more

श्री मनसा देवी की आरती

जय मनसा माता श्री जय मनसा माताजो नर तुमको ध्याता, जो नर मैया जी को ध्याता मनवांछित फल पाता।जय मनसा माता। जरत्कारु मुनि पत्नी,तुम वासुकि भगिनी मैया तुम वासुकि भगिनी कश्यप की तुम कन्या आस्तीक की माता।सुरनर मुनिगण ध्यावत,सेवत नर नारी मैया सेवत नर नारीगर्व धन्वन्तरि नाशिनी,हंस वाहिनी देवी जय नागेश्वरी माता।जय मनसा माता। पर्वतवासिनी … Read more

माँ पार्वती की आरती

जय पार्वती माताजय पार्वती माताब्रह्मा सनातन देवीशुभ फल की दाता । ॥ जय पार्वती माता ॥ अरिकुल पदं विनाशनीजय सेवक त्राता,जगजीवन जगदंबाहरिहर गुण गाता । ॥ जय पार्वती माता ॥ सिंह को वाहन साजेकुण्डल है साथा,देब बंधु जस गावतनृत्य करत ता था । ॥ जय पार्वती माता ॥ सतयुग रूप शील अति सुन्दरनाम सती कहलाता,हिमाचल … Read more

आरती कुंजबिहारी की

आरती कुंजबिहारी की,श्री गिरिधर कृष्ण मुरारी की ॥आरती कुंजबिहारी की,श्री गिरिधर कृष्ण मुरारी की ॥ गले में बैजंती माला,बजावै मुरली मधुर बाला ।श्रवण में कुण्डल झलकाला,नंद के आनंद नंदलाला ।गगन सम अंग कांति काली,राधिका चमक रही आली ।लतन में ठाढ़े बनमालीभ्रमर सी अलक,कस्तूरी तिलक,चंद्र सी झलक,ललित छवि श्यामा प्यारी की,श्री गिरिधर कृष्ण मुरारी की ॥॥ … Read more

शनि देव जी की आरती

जय जय जय श्री शनिदेव भक्तन हितकारी | सूर्य पुत्र प्रभु छाया महतारी ||जय जय जय शनि देव || श्याम अंग वक्र दृष्टि चतुर्भुजा धारी | नीलाम्बर धार नाथ गज की असवारी ||जय जय जय शनि देव || क्रीट मुकुट शीश रजित दिपत है लिलारी | मुक्तन की माला गले शोभित बलिहारी ||जय जय जय … Read more

श्री महाकाली आरती

मंगल की सेवा सुन मेरी देवा ,हाथ जोड़ तेरे द्वार खड़े। पान सुपारी ध्वजा नारियलले ज्वाला तेरी भेंट करें। सुन जगदंबे कर न विलम्बे,संतन के भंडार भरे। सन्तान प्रतिपाली सदा खुशहाली,जै काली कल्याण करे । बुद्धि विधाता तू जग माता ,मेरा कारज सिद्ध करें। चरण कमल का लिया आसरा,शरण तुम्हारी आन पड़े। जब जब भीर … Read more

श्री बालाजी आरती

ॐ जय हनुमत वीरा,स्वामी जय हनुमत वीरा ।संकट मोचन स्वामी,तुम हो रनधीरा ॥॥ ॐ जय हनुमत वीरा…॥ पवन पुत्र अंजनी सूत,महिमा अति भारी ।दुःख दरिद्र मिटाओ,संकट सब हारी ॥॥ ॐ जय हनुमत वीरा…॥ बाल समय में तुमने,रवि को भक्ष लियो ।देवन स्तुति किन्हीं,तुरतहिं छोड़ दियो ॥॥ ॐ जय हनुमत वीरा…॥ कपि सुग्रीव राम संग,मैत्री करवाई।अभिमानी … Read more