वेद पुराण ज्ञान
भारतीय संस्कृति, सर्वोपरि ! सनातन ही सत्य है।
श्री महालक्ष्मी चालीसा
Category:
॥ दोहा ॥जय जय श्री महालक्ष्मी,करूँ मात तव ध्यान। सिद्ध काज मम किजिये,निज शिशु सेवक जान॥ ॥ …
पूर्ण लेख पढ़ेंश्री शारदा चालीसा
॥ दोहा ॥ मूर्ति स्वयंभू शारदा,मैहर आन विराज। माला, पुस्तक, धारिणी,वीणा कर …
पूर्ण लेख पढ़ेंश्री नर्मदा चालीसा
॥ दोहा ॥ देवि पूजिता नर्मदा,महिमा बड़ी अपार। चालीसा वर्णन करत,कवि अरु …
पूर्ण लेख पढ़ेंश्री अन्नपूर्णा चालीसा
॥ दोहा ॥ विश्वेश्वर-पदपदम की,रज-निज शीश-लगाय। अन्नपूर्णे! तव सुयश,बरनौं कवि-मतिलाय॥ ॥ चौपाई …
पूर्ण लेख पढ़ेंश्री वैष्णो देवी चालीसा
॥ दोहा ॥ गरुड़ वाहिनी वैष्णवी,त्रिकुटा पर्वत धाम। काली, लक्ष्मी, सरस्वती,शक्ति तुम्हें …
पूर्ण लेख पढ़ेंश्री विन्ध्येश्वरी चालीसा
॥ दोहा ॥ नमो नमो विन्ध्येश्वरी,नमो नमो जगदम्ब। सन्तजनों के काज में,माँ …
पूर्ण लेख पढ़ेंश्री तुलसी चालीसा
॥ दोहा ॥जय जय तुलसी भगवती,सत्यवती सुखदानी। नमो नमो हरि प्रेयसी,श्री वृन्दा …
पूर्ण लेख पढ़ेंवेद पुराण ज्ञान
भारतीय संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए बनाई गयी वैबसाइट
हमसे जुड़ें