आरती काली माता जी की

मंगल की सेवा सुन मेरी देवा,हाथ जोड तेरे द्वार खड़े Iपान सुपारी ध्वजा नारियल, ले ज्वाला तेरी भेट धरे IIसुन जगदम्बे न कर विलम्बे, संतन के भडांर भरे Iसंतन प्रतिपाली…