अमरनाथ यात्रा पर जाने वाले ध्यान दें !
अमरनाथ यात्रा हिंदुओं की एक वार्षिक तीर्थयात्रा है जो भगवान शिव के दर्शन के लिए हिमालय में स्थित अमरनाथ गुफा तक की जाती है। यह दुनिया की सबसे ऊंची तीर्थयात्राओं में से एक है। यहां देशभर से लाखों श्रद्धालु बाबा बर्फानी के दर्शन के लिए पहुंचते हैं। अमरनाथ यात्रा 29 जून (श्रावण पंचमी) से शुरू हो रही है, इसका समापन 19 अगस्त (रक्षा बंधन) को होगा। 52 दिन तक चलने वाली इस यात्रा के लिए 15 अप्रैल 2024 से रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया शुरू हो गई है।
रजिस्ट्रेशन के लिए ऑफिशियल वेबसाइट
अमरनाथ यात्रा आधिकारिक वेबसाइट
अमरनाथ यात्रा आवेदन के लिए आवश्यक दस्तावेज
- आधार कार्ड
- पासपोर्ट आकार का फोटो
- स्वास्थ्य प्रमाण पत्र (डॉक्टर द्वारा प्रमाणित)
- COVID-19 टीकाकरण प्रमाण पत्र
यात्रा पर कौन जा सकता है ?
- 13 वर्ष से अधिक आयु के पुरुष और महिला अमरनाथ यात्रा के लिए पंजीकरण कर सकते हैं।
- 70 वर्ष से अधिक आयु के लोगों को यात्रा पर जाने के लिए डॉक्टर का प्रमाण पत्र प्रस्तुत करना होगा।
- 6 सप्ताह से अधिक गर्भवती महिलाओं को पंजीकरण की अनुमति नहीं है।
- मानसिक रूप से अस्थिर या गंभीर बीमारी से पीड़ित लोगों को यात्रा पर जाने की सलाह नहीं दी जाती है।
यात्रा पर कौन नहीं जा सकता ?
- 13 वर्ष से कम आयु के बच्चे अमरनाथ यात्रा के लिए पंजीकरण नहीं कर सकते हैं।
- गर्भवती महिलाएं (6 सप्ताह से अधिक) यात्रा के लिए पंजीकरण नहीं कर सकती हैं। • मानसिक रूप से अस्थिर या गंभीर बीमारी से पीड़ित लोग यात्रा पर जाने के लिए योग्य नहीं हैं।
- किसी भी आपराधिक मामले में आरोपी को यात्रा पर जाने की अनुमति नहीं है।
अमरनाथ यात्रा का महत्व
- अमरनाथ यात्रा को हिंदुओं के लिए एक बहुत ही महत्वपूर्ण तीर्थयात्रा माना जाता है। ऐसा माना जाता है कि जो कोई भी भगवान शिव के दर्शन करता है, वह अपने पापों से मुक्त हो जाता है और मोक्ष प्राप्त करता है।
यात्रा मार्ग
- यात्रा श्रीनगर से शुरू होती है, जहां श्रद्धालु पहलगाम के लिए बस या टैक्सी लेते हैं। पहलगाम से, श्रद्धालु चंदनवाड़ी तक पैदल या घोड़े की सवारी करते हैं। चंदनवाड़ी से, श्रद्धालु पिसु घाटी के माध्यम से बलटाल या नुनवान तक जाते हैं।
- बलटाल और नुनवान से, श्रद्धालु शेषनाग तक जाते हैं, जो एक सुंदर झील है जो हिमालय से घिरी हुई है। शेषनाग से, श्रद्धालु गुप्त गुफा तक जाते हैं, जो भगवान शिव के पुत्र, कार्तिकय का निवास स्थान माना जाता है। • गुप्त गुफा से, श्रद्धालु अमरनाथ गुफा तक जाते हैं, जो यात्रा का अंतिम गंतव्य है। गुफा में, श्रद्धालु एक हिमलिंग देखते हैं, जो बर्फ से बना एक शिवलिंग है।
हेल्थ सर्टिफिकेट जरूरी
- अमरनाथ यात्रा पर जाने के लिए श्रद्धालुओं के पास हेल्थ सर्टिफिकेट होना जरूरी है, इसके बिना आप रजिस्ट्रेशन नहीं कर पाएंगे।
- आप सरकारी अस्पताल या मान्यता प्राप्त अस्पताल से हेल्थ सर्टिफिकेट बनवा सकते हैं।
महत्वपूर्ण बातें
- अमरनाथ यात्रा एक कठिन तीर्थयात्रा है, जिसके लिए तीर्थयात्रियों को शारीरिक रूप से स्वस्थ होना आवश्यक है।
- ऊंचाई की बीमारी से बचने के लिए धीरे-धीरे ऊंचाई बढ़ाना महत्वपूर्ण है।
- पर्याप्त गर्म कपड़े, पानी और भोजन साथ रखें।
- यात्रा के दौरान स्थानीय अधिकारियों के निर्देशों का पालन करें।
- पर्यावरण की स्वच्छता बनाए रखें और कूड़ा-करकट न फैलाएं।
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