गणेश चतुर्थी – सभी भक्तों को नमस्कार, वेद पुराण ज्ञान में आपका स्वागत है।
भाद्रपद मास में शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि को गणेश चतुर्थी का पर्व मनाया जाता है। मान्यता है कि इसी दिन सुख-समृद्धि के देवता भगवान श्री गणेश का जन्म हुआ था। ये पर्व पूरे दस दिनों तक चलता है, यानि भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि से प्रारंभ होकर अनंत चतुर्दशी तक चलता है। ऐसे में यदि आप भी अपने घर में गणपति बप्पा की स्थापना करने जा रहे हैं, तो चलिए जानते हैं ‘गणेश स्थापना’ व ‘गणेश चतुर्थी के दिन के शुभ मुहूर्त
गणेश चतुर्थी कब है?-
- साल 2023 में गणेश चतुर्थी 19 सितंबर, मंगलवार को मनाई जायेगी।
- गणेश विसर्जन: 28 सितंबर, बृहस्पतिवार को होगा।
- चतुर्थी तिथि का प्रारंभ: 18 सितंबर, दोपहर 12 बजकर 39 मिनट पर होगा।
- चतुर्थी तिथि का समापन 19 सितंबर, दोपहर 01 बजकर 43 मिनट पर होगा।
अलग-अलग शहरों में गणेश स्थापना के शुभ मुहूर्त-
- मुंबई महाराष्ट्र – 11:19 AM से 01:43 PM
- पुणे- 11:15 AM से 01:41PM
- हैदराबाद- 10:57 AM से 01:23PM
- नई दिल्ली- 11:01 AM से 01:28 PM
- चेन्नई- 10:50 AM से 01:16 PM
- जयपुर- 11:07 AM से 01:34 PM
- गुरुग्राम 11:02 AM से 01:29 PM )
- चण्डीगढ़ – 11:03 AM से 01:30PM
- कोलकाता – 10:17 AM से 12:44 PM
- मुम्बई- 11:19 AM से 01:43 PM
- बेंगलूरु- 11:01 AM से 01:26 PM
- अहमदाबाद- 11:20 AM से 01:43 PM
- नोएडा-11:01 AM से 01:28 PM
- लखनऊ- 10:47 AM से 01:13 PM
- पटना- 10:30 AM से 12:56PM
- इंदौर- 11:07 AM से 01:34 PM
- लुधियाना- 11:07 AM से 01:34 PM.
- जोधपुर- 11:18 AM से 01:47 AM
- नागपुर- 10:54 AM से 01:21 PM
- भोपाल 11:01 AM से 01:27 PM
- सूरत- 11:19 AM से 01:43 PM
- शिमला- 11:01 AM से 01:29 PM
- करनाल- 11:02 AM से 01:29 PM
- भुवनेश्वर – 10:27 AM से 12:54 PM
- कानपुर-10:49 AM से 01:16 PM
- मोहाली- 11:03 AM से 01:30PM
- गुवाहाटी 10:03 AM से 12:30 PM
- हिसार- 11:07 AM से 01:34 PM
- रांची- 10:29 AM से 12:56 PM
- रोहतक- 11:04 AM से 01:31 PM
इस दिन ना करें चंद्र दर्शनः
गणेश चतुर्थी पर कुछ समय के लिए चन्द्रदर्शन करना वर्जित रहेगा, यानि उस समय चंद्रमा का दर्शन करना आपके लिए अशुभ हो सकता है।
पौराणिक मान्यता के अनुसार, भगवान गणेश ने चंद्रमा को श्राप दिया था कि भाद्रपद शुक्ल पक्ष की चतुर्थी को यदि कोई प्राणी चंद्रदेव के दर्शन करेगा, तो उसे किसी न किसी कलंक का भागी बनना पड़ेगा। इसीलिये इस दिन चंद्रदर्शन वर्जित माना जाता है।
इस समय न करें चंद्रदर्शन-
19 सितंबर को वर्जित चन्द्रदर्शन का समय सुबह 09 बजकर 48 मिनट से रात 09 बजकर 18 मिनट तक रहेगा।
एक दिन पहले यानि 18 सितंबर को वर्जित चन्द्रदर्शन का समय दोपहर 12 बजकर 39 मिनट से रात 08 बजकर 40 मिनट तक रहेगा।
गणेश चतुर्थी के दिन अन्य शुभ मुहूर्त-
- ब्रह्म मुहूर्त- 04:34 AM से 05:21 AM तक प्रातः
- सन्ध्या – 04:57 AM से 06:08 AM तक
- अभिजित मुहूर्त – 11:50 AM से 12:39 PM तक
- विजय मुहूर्त- 02:17 AM से 03:06 PM तक 1
- गोधूलि मुहूर्त – 06:22 PM से 06:45 PM तक
- सायाह्न सन्ध्या- 06:22 PM से 07:33 PM तक
- अमृत काल 03:13 PM से 04:41 PM तक
गणेश चतुर्थी पुजा सामग्री
गणेश चतुर्थी से अगले दस दिनों तक भक्त गणपती बप्पा की पूजा-अर्चना करते हैं और अनंत चतुर्थी के दिन उनकी प्रतिमा का विसर्जन किया जाता है। गणेशोत्सव के दौरान पूजा करने के लिए कुछ वस्तुओं की आवश्यकता होती है, जिनके बिना भगवान गणेश की पूजा पूर्ण नहीं मनी जाती
तो आइये जानते हैं की गणेश जी की पूजा में क्या क्या सामग्री लगेगी?
- गणेश भगवान की प्रतिमा
- लकड़ी की चौकी
- चौकी के लिए लाल कपड़ा
- भोग के लिए पंचामृत
- लाल चन्दन
- रोली
- कलश
- गंगा जल
- जनेऊ
- चाँदी का वर्क माला
- पाँच प्रकार का फल
- मोदक या लड्डू
- गुड
- नारियल
- खड़ा धन
- दूब/दूर्वा
- इत्र
- लोंग
- सुपारी
- इलायची
- हरे मूंग
- पंचमेवा
- घी का दिया
- घूप अगरबत्ती
- कपूर
विशेष योग-
इस दिन रवि योग सुबह 06 बजकर 08 मिनट से दोपहर 01 बजकर 48 मिनट तक रहेगा।
भक्तों, ज्योतिष शास्त्रों में राहुकाल, यमगण्ड, गुलिक काल, दुर्मुहूर्त, वर्ज्य और भद्राकाल को अशुभ बताया गया है। इस अवधि में कोई भी शुभ व मांगलिक कार्य करना वर्जित माना जाता है।
तो यह थी गणेश चतुर्थी के शुभ मुहूर्त और तिथि से जुड़ी जानकारी, हम आशा करते हैं कि इस दिन आपकी पूजा अर्चना सफल हो, और गणपति बप्पा सदा आपका मंगल करें।
ऐसे ही व्रत, त्यौहार व अन्य धार्मिक जानकारियों के लिए जुड़े रहिए
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