जन्माष्टमी विशेष भोग – 2024

जन्माष्टमी विशेष भोग: - जन्माष्टमी के दिन श्री कृष्ण को कुछ विशेष तरह के व्यंजन (भोग) चड़ाए जाते हैं। उनका विवरण नीचे दिये गया है। जन्माष्टमी विशेष भोग - पंचामृत…

वट सावित्री व्रत

वट सावित्री व्रत ज्येष्ठ मास की कृष्ण पक्ष की अमावस्या को संपन्न किया जाता है। यह स्त्रियों का महत्वपूर्ण पर्व है। इस दिन सत्यवान सावित्री तथा यमराज की पूजा की…

कब से शुरू होगी अमरनाथ यात्रा 2024?

अमरनाथ यात्रा पर जाने वाले ध्यान दें ! अमरनाथ यात्रा हिंदुओं की एक वार्षिक तीर्थयात्रा है जो भगवान शिव के दर्शन के लिए हिमालय में स्थित अमरनाथ गुफा तक की…

अर्जुन को गीता ज्ञान

हिंदू सनातन धर्म के साथ, पुराणों और धर्मग्रंथों का एक अत्यंत आत्मीय संबंध है। साथ ही, जब हम धर्मग्रंथों की बात करते हैं, तो जिस पवित्र ग्रंथ को मनुष्य के…

भगवान परशुराम जयंती 2024

भगवान परशुराम जयंती की विशेष जानकारी परशुरामजी की जयंती हिन्दू धर्म के लिए एक महत्वपूर्ण पर्व माना जाता है। भगवान परशुराम श्री विष्णु जी के छटे अवतार हैं, अतः इस…

श्री महालक्ष्मी चालीसा

श्री महालक्ष्मी चालीसा ॥ दोहा ॥जय जय श्री महालक्ष्मी,करूँ मात तव ध्यान। सिद्ध काज मम किजिये,निज शिशु सेवक जान॥ ॥ चौपाई ॥ नमो महा लक्ष्मी जय माता।तेरो नाम जगत विख्याता॥…

श्री शारदा चालीसा

श्री शारदा चालीसा ॥ दोहा ॥ मूर्ति स्वयंभू शारदा,मैहर आन विराज। माला, पुस्तक, धारिणी,वीणा कर में साज॥ ॥ चौपाई ॥ जय जय जय शारदा महारानी।आदि शक्ति तुम जग कल्याणी॥ रूप…

श्री नर्मदा चालीसा

॥ दोहा ॥ देवि पूजिता नर्मदा,महिमा बड़ी अपार। चालीसा वर्णन करत,कवि अरु भक्त उदार॥ इनकी सेवा से सदा,मिटते पाप महान। तट पर कर जप दान नर,पाते हैं नित ज्ञान॥ ॥…

श्री अन्नपूर्णा चालीसा

॥ दोहा ॥ विश्वेश्वर-पदपदम की,रज-निज शीश-लगाय। अन्नपूर्णे! तव सुयश,बरनौं कवि-मतिलाय॥ ॥ चौपाई ॥ नित्य आनन्द करिणी माता।वर-अरु अभय भाव प्रख्याता॥ जय! सौंदर्य सिन्धु जग-जननी।अखिल पाप हर भव-भय हरनी॥ श्वेत बदन…

श्री वैष्णो देवी चालीसा

॥ दोहा ॥ गरुड़ वाहिनी वैष्णवी,त्रिकुटा पर्वत धाम। काली, लक्ष्मी, सरस्वती,शक्ति तुम्हें प्रणाम॥ ॥ चौपाई ॥ नमो: नमो: वैष्णो वरदानी।कलि काल मे शुभ कल्याणी॥ मणि पर्वत पर ज्योति तुम्हारी।पिंडी रूप…