तुलसी माता की आरती

जय जय तुलसी माता,सब जग की सुखदाता । ॥ जय जय तुलसी माता। ॥ सब योगों के ऊपर,सब लोगों के ऊपर, रुज से रक्षा करके भव त्राता। ॥ जय जय तुलसी माता। ॥ बटु पुत्री है श्यामा,सूर बल्ली है ग्राम्या,…

कृष्ण भगवान की आरती

ओम जय श्री कृष्ण हरे,प्रभु जय श्री कृष्ण हरे,भक्तन के दुख सारे पल में दूर करे !! ओम जय श्री कृष्ण हरे !! परमानंद मुरारी मोहन गिरधारी,जय रास बिहारी जय जय गिरधारी !! ओम जय श्री कृष्ण हरे !! कर…

श्री गायत्री माता की आरती

जयति जय गायत्री माता, जयति जय गायत्री माता ।सत् मार्ग पर हमें चलाओ, जो है सुखदाता ॥॥ जयति जय गायत्री माता…॥ आदि शक्ति तुम अलख निरंजन जग पालन कर्ता ।दु:ख शोक, भय, क्लेश कलश दारिद्र दैन्य हत्री ॥॥ जयति जय…

श्री हनुमान जी आरती

आरती कीजै हनुमान लला की।दुष्ट दलन रघुनाथ कला की॥जाके बल से गिरिवर कांपे।रोग दोष जाके निकट न झांके॥अंजनि पुत्र महा बलदाई।संतन के प्रभु सदा सहाई॥दे बीरा रघुनाथ पठाए।लंका जारि सिया सुधि लाए॥लंका सो कोट समुद्र-सी खाई।जात पवनसुत बार न लाई॥लंका…

आरती मां सरस्वती जी की

जय सरस्वती माता, मैया जय सरस्वती माता ।सदगुण वैभव शालिनी, त्रिभुवन विख्याता ॥जय जय सरस्वती माता…॥ चन्द्रबदनी पद्मासिनि, द्युति मंगलकारी ।सोहे शुभ हंस सवारी, अतुल तेजधारी ॥जय जय सरस्वती माता…॥ बाएं कर में वीणा, दाएं कर माला ।शीश मुकुट मणि…

श्री शीतला माता की आरती

जय शीतला माता,मैया जय शीतला माता।आदि ज्योति महारानी सब फल की दाता॥ ॐ जय शीतला माता…। रतन सिंहासन शोभित,श्वेत छत्र भाता।ऋद्धि-सिद्धि चँवर डोलावे,जगमग छवि छाता॥ ॐ जय शीतला माता…। विष्णु सेवत ठाढ़े,सेवें शिव धाता।वेद पुराण वरणतपार नहीं पाता॥ ॐ जय…

सूर्य आरती

जय कश्यप-नन्दन,ॐ जय अदिति नन्दन। त्रिभुवन – तिमिर – निकंदन,भक्त-हृदय-चन्दन॥ ॥ जय कश्यप-नन्दन ॥ सप्त-अश्वरथ राजित,एक चक्रधारी। दु:खहारी, सुखकारी,मानस-मल-हारी॥ ॥ जय कश्यप-नन्दन ॥ सुर – मुनि – भूसुर – वन्दित,विमल विभवशाली। अघ-दल-दलन दिवाकर,दिव्य किरण माली॥ ॥ जय कश्यप-नन्दन ॥ सकल…

श्री शिवरात्रि आरती

आ गई महाशिवरात्रि पधारो शंकर जीहो पधारो शंकर जी आरती उतारेंपार उतारो शंकर जी हो उतारो शंकर जी तुम नयन नयन में हो, मन धाम तेराहे नीलकंठ है कंठ, कंठ में नाम तेराहो देवों के देव, जगत में प्यारे शंकर…

आरती श्री गणेश जी की

जय गणेश जय गणेश, जय गणेश देवा ।माता जाकी पार्वती, पिता महादेवा ॥ एक दंत दयावंत, चार भुजा धारी ।माथे सिंदूर सोहे, मूसे की सवारी ॥ जय गणेश जय गणेश, जय गणेश देवा ।माता जाकी पार्वती, पिता महादेवा ॥ पान…

शिव जी की आरती

जय शिव ओंकारा ॐ जय शिव ओंकारा ।ब्रह्मा विष्णु सदाशिव अर्द्धांगी धारा ॥ ॐ जय शिव…॥एकानन चतुरानन पंचानन राजे ।हंसानन गरुड़ासन वृषवाहन साजे ॥ ॐ जय शिव…॥दो भुज चार चतुर्भुज दस भुज अति सोहे।त्रिगुण रूप निरखते त्रिभुवन जन मोहे ॥…